महाभारतम् — 4.54.6
Original
Segmented
ततो द्रौणिः महा-वीर्यः पार्थस्य विचरिष्यतः तद् अस्य अपूजयन् देवाः कर्म दृष्ट्वा अति मानुषम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| द्रौणिः | द्रौणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| वीर्यः | वीर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पार्थस्य | पार्थ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| विचरिष्यतः | विचर् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अपूजयन् | पूजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| देवाः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| अति | अति | pos=i |
| मानुषम् | मानुष | pos=a,g=n,c=2,n=s |