महाभारतम् — 4.60.4
Original
Segmented
अथ अस्य बाणेन विदारितस्य प्रादुर्बभूव असृज् अजस्रम् उष्णम् सा तस्य जाम्बूनद-पुष्प-चित्रा माला इव चित्रा अभिविराजते स्म
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अथ | अथ | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| बाणेन | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| विदारितस्य | विदारय् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| प्रादुर्बभूव | प्रादुर्भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| असृज् | असृज् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अजस्रम् | अजस्रम् | pos=i |
| उष्णम् | उष्ण | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| जाम्बूनद | जाम्बूनद | pos=n,comp=y |
| पुष्प | पुष्प | pos=n,comp=y |
| चित्रा | चित्र | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| माला | माला | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| चित्रा | चित्र | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| अभिविराजते | अभिविराज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स्म | स्म | pos=i |