महाभारतम् — 4.63.32
Original
Segmented
विराट उवाच स्त्रियो गावो हिरण्यम् च यत् च अन्यत् वसु किंचन न मे किंचित् त्वया रक्ष्यम् अन्तरेण अपि देवितुम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विराट | विराट | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| स्त्रियो | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| गावो | गो | pos=n,g=,c=1,n=p |
| हिरण्यम् | हिरण्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अन्यत् | अन्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वसु | वसु | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| किंचन | कश्चन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| रक्ष्यम् | रक्ष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| अन्तरेण | अन्तरेण | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| देवितुम् | दीव् | pos=vi |