महाभारतम् — 4.8.33
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एवम् कृष्णा विराटस्य भार्यया परिसान्त्विता न च एनाम् वेद तत्र अन्यः तत्त्वेन जनमेजय
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| कृष्णा | कृष्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| विराटस्य | विराट | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| भार्यया | भार्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| परिसान्त्विता | परिसान्त्वय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| एनाम् | एनद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वेद | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| अन्यः | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तत्त्वेन | तत्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |