महाभारतम् — 4.9.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच सहदेवो ऽपि गोपानाम् कृत्वा वेषम् अनुत्तमम् भाषाम् च एषाम् समास्थाय विराटम् उपयाद् अथ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सहदेवो | सहदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| गोपानाम् | गोप | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| वेषम् | वेष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनुत्तमम् | अनुत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| भाषाम् | भाषा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| एषाम् | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| समास्थाय | समास्था | pos=vi |
| विराटम् | विराट | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपयाद् | उपया | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अथ | अथ | pos=i |