महाभारतम् — 5.10.14
Original
Segmented
शल्य उवाच एवम् उक्ताः तु देवेन ऋषयः त्रिदशाः तथा ययुः समेत्य सहिताः शक्रम् कृत्वा पुरःसरम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शल्य | शल्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्ताः | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| देवेन | देव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| ऋषयः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| त्रिदशाः | त्रिदश | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तथा | तथा | pos=i |
| ययुः | या | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| समेत्य | समे | pos=vi |
| सहिताः | सहित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| शक्रम् | शक्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| पुरःसरम् | पुरःसर | pos=n,g=m,c=2,n=s |