महाभारतम् — 5.10.30
Original
Segmented
वध्यो भवेयम् विप्र-इन्द्राः शक्रस्य सह दैवतैः एवम् मे रोचते संधिः शक्रेण सह नित्यदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वध्यो | वध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| भवेयम् | भू | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| विप्र | विप्र | pos=n,comp=y |
| इन्द्राः | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=p |
| शक्रस्य | शक्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सह | सह | pos=i |
| दैवतैः | दैवत | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| रोचते | रुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| संधिः | संधि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शक्रेण | शक्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सह | सह | pos=i |
| नित्यदा | नित्यदा | pos=i |