महाभारतम् — 5.10.46
Original
Segmented
अराजकम् जगत् सर्वम् अभिभूतम् उपद्रवैः ततो भीताः अभवन् देवाः को नो राजा भवेद् इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अराजकम् | अराजक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अभिभूतम् | अभिभू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| उपद्रवैः | उपद्रव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| ततो | ततस् | pos=i |
| भीताः | भी | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| अभवन् | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| देवाः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नो | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| इति | इति | pos=i |