महाभारतम् — 5.102.3
Original
Segmented
अयम् हरि-सहस्रेण युक्तम् जैत्रम् रथ-उत्तमम् देवासुरेषु युद्धेषु मनसा एव नियच्छति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हरि | हरि | pos=n,comp=y |
| सहस्रेण | सहस्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| युक्तम् | युज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| जैत्रम् | जैत्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| रथ | रथ | pos=n,comp=y |
| उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| देवासुरेषु | देवासुर | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| युद्धेषु | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| नियच्छति | नियम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |