महाभारतम् — 5.106.16
Original
Segmented
अत्र अहिताः कृतघ्नाः च मानुषाः च असुराः च ये उद्यन् तान् हि सर्वान् वै क्रोधात् हन्ति विभावसुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अत्र | अत्र | pos=i |
| अहिताः | अहित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| कृतघ्नाः | कृतघ्न | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| मानुषाः | मानुष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| असुराः | असुर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| उद्यन् | उदि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| क्रोधात् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| हन्ति | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| विभावसुः | विभावसु | pos=n,g=m,c=1,n=s |