महाभारतम् — 5.107.13
Original
Segmented
अत्र वृत्तेन वृत्रो ऽपि शक्र-शत्रु-त्वम् ईयिवान् अत्र सर्व-असवः प्राप्ताः पुनः गच्छन्ति पञ्चधा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अत्र | अत्र | pos=i |
| वृत्तेन | वृत्त | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| वृत्रो | वृत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| शक्र | शक्र | pos=n,comp=y |
| शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ईयिवान् | इ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| असवः | असु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्राप्ताः | प्राप् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| गच्छन्ति | गम् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| पञ्चधा | पञ्चधा | pos=i |