महाभारतम् — 5.11.7
Original
Segmented
धर्मम् पुरस्कृत्य सदा सर्व-लोक-अधिपः भव ब्रह्मर्षि च अपि देवान् च गोपायस्व त्रिविष्टपे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पुरस्कृत्य | पुरस्कृ | pos=vi |
| सदा | सदा | pos=i |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| अधिपः | अधिप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| ब्रह्मर्षि | ब्रह्मर्षि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| देवान् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| गोपायस्व | गोपाय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| त्रिविष्टपे | त्रिविष्टप | pos=n,g=n,c=7,n=s |