महाभारतम् — 5.110.1
Original
Segmented
गालव उवाच गरुत्मन् भुजग-इन्द्र अरि सुपर्ण विनता-आत्मज नय माम् तार्क्ष्य पूर्वेण यत्र धर्मस्य चक्षुषी
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गालव | गालव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गरुत्मन् | गरुत्मन्त् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| भुजग | भुजग | pos=n,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अरि | अरि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सुपर्ण | सुपर्ण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| विनता | विनता | pos=n,comp=y |
| आत्मज | आत्मज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| नय | नी | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| तार्क्ष्य | तार्क्ष्य | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पूर्वेण | पूर्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| धर्मस्य | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| चक्षुषी | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=1,n=d |