महाभारतम् — 5.111.13
Original
Segmented
निन्दिता अस्मि त्वया वत्स न च निन्दाम् क्षमामि अहम् लोकेभ्यः स परिभ्रश्येद् यो माम् निन्देत पाप-कृत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निन्दिता | निन्द् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| वत्स | वत्स | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| निन्दाम् | निन्दा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| क्षमामि | क्षम् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| लोकेभ्यः | लोक | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परिभ्रश्येद् | परिभ्रंश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| निन्देत | निन्द् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| पाप | पाप | pos=n,comp=y |
| कृत् | कृत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |