महाभारतम् — 5.12.31
Original
Segmented
एवम् विनिश्चयम् कृत्वा इन्द्राणी कार्य-सिद्धये अभ्यगच्छत स व्रीडा नहुषम् घोर-दर्शनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| विनिश्चयम् | विनिश्चय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| इन्द्राणी | इन्द्राणी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| कार्य | कार्य | pos=n,comp=y |
| सिद्धये | सिद्धि | pos=n,g=f,c=4,n=s |
| अभ्यगच्छत | अभिगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| स | स | pos=i |
| व्रीडा | व्रीडा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| नहुषम् | नहुष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| घोर | घोर | pos=a,comp=y |
| दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=m,c=2,n=s |