महाभारतम् — 5.127.2
Original
Segmented
गच्छ तात महा-प्राज्ञाम् गान्धारीम् दीर्घदर्शिनीम् आनय इह तया सार्धम् अनुनेष्यामि दुर्मतिम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| प्राज्ञाम् | प्राज्ञ | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| गान्धारीम् | गान्धारी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| दीर्घदर्शिनीम् | दीर्घदर्शिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| आनय | आनी | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इह | इह | pos=i |
| तया | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
| अनुनेष्यामि | अनुनी | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| दुर्मतिम् | दुर्मति | pos=a,g=m,c=2,n=s |