महाभारतम् — 5.131.19
Original
Segmented
कुरु सत्त्वम् च मानम् च विद्धि पौरुषम् आत्मनः उद्भावय कुलम् मग्नम् त्वद्-कृते स्वयम् एव हि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| सत्त्वम् | सत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| मानम् | मान | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| पौरुषम् | पौरुष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| उद्भावय | उद्भावय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| कुलम् | कुल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मग्नम् | मज्ज् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| कृते | कृते | pos=i |
| स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| हि | हि | pos=i |