महाभारतम् — 5.133.1
Original
Segmented
पुत्र उवाच कृष्णायसस्य इव च ते संहत्य हृदयम् कृतम् मम मातः तु अकरुणे वैर-प्रज्ञे हि अमर्षणे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कृष्णायसस्य | कृष्णायस | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| संहत्य | संहन् | pos=vi |
| हृदयम् | हृदय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मातः | मातृ | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| अकरुणे | अकरुण | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| वैर | वैर | pos=n,comp=y |
| प्रज्ञे | प्रज्ञा | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अमर्षणे | अमर्षण | pos=a,g=f,c=8,n=s |