महाभारतम् — 5.133.27
Original
Segmented
उत्थातव्यम् जागृतव्यम् योक्तव्यम् भूति-कर्मसु भविष्यति इति एव मनः कृत्वा सततम् अव्यथैः मङ्गलानि पुरस्कृत्य ब्राह्मणैः च ईश्वरैः सह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उत्थातव्यम् | उत्था | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| जागृतव्यम् | जागृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| योक्तव्यम् | युज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| भूति | भूति | pos=n,comp=y |
| कर्मसु | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| इति | इति | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| अव्यथैः | अव्यथ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| मङ्गलानि | मङ्गल | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| पुरस्कृत्य | पुरस्कृ | pos=vi |
| ब्राह्मणैः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| ईश्वरैः | ईश्वर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सह | सह | pos=i |