Original

अनुयातश्च पितरमधिको वा पराक्रमे ।ग्रावस्तोत्रं स सौभद्रः सम्यक्तत्र करिष्यति ॥ ३२ ॥

Segmented

अनुयातः च पितरम् अधिको वा पराक्रमे ग्राव-स्तोत्रम् स सौभद्रः सम्यक् तत्र करिष्यति

Analysis

Word Lemma Parse
अनुयातः अनुया pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
pos=i
पितरम् पितृ pos=n,g=m,c=2,n=s
अधिको अधिक pos=a,g=m,c=1,n=s
वा वा pos=i
पराक्रमे पराक्रम pos=n,g=m,c=7,n=s
ग्राव ग्रावन् pos=n,comp=y
स्तोत्रम् स्तोत्र pos=n,g=n,c=2,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
सौभद्रः सौभद्र pos=n,g=m,c=1,n=s
सम्यक् सम्यक् pos=i
तत्र तत्र pos=i
करिष्यति कृ pos=v,p=3,n=s,l=lrt