महाभारतम् — 5.14.3
Original
Segmented
उपश्रुतिः उवाच उपश्रुतिः अहम् देवि ते अन्तिकम् उपागता दर्शनम् च एव सम्प्राप्ता तव सत्येन तोषिता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उपश्रुतिः | उपश्रुति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| उपश्रुतिः | उपश्रुति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| देवि | देवी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अन्तिकम् | अन्तिक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उपागता | उपागम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| सम्प्राप्ता | सम्प्राप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सत्येन | सत्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तोषिता | तोषय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |