महाभारतम् — 5.142.4
Original
Segmented
उपप्लव्ये निविष्टो ऽपि धर्मम् एव युधिष्ठिरः काङ्क्षते ज्ञाति-सौहार्दात् बलवान् दुर्बलो यथा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उपप्लव्ये | उपप्लव्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| निविष्टो | निविश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| काङ्क्षते | काङ्क्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ज्ञाति | ज्ञाति | pos=n,comp=y |
| सौहार्दात् | सौहार्द | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| बलवान् | बलवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| दुर्बलो | दुर्बल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |