महाभारतम् — 5.144.17
Original
Segmented
राज-किल्बिषिन् तेषाम् भर्तृ-पिण्ड-अपहारिणाम् न एव अयम् न परो लोको विद्यते पाप-कर्मणाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| किल्बिषिन् | किल्बिषिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| भर्तृ | भर्तृ | pos=n,comp=y |
| पिण्ड | पिण्ड | pos=n,comp=y |
| अपहारिणाम् | अपहारिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| न | न | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| परो | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| लोको | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पाप | पाप | pos=a,comp=y |
| कर्मणाम् | कर्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |