महाभारतम् — 5.156.2
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तथा व्यूढेषु अनीकेषु यत् तेषु भरत-ऋषभ धृतराष्ट्रो महा-राज संजयम् वाक्यम् अब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तथा | तथा | pos=i |
| व्यूढेषु | व्यूह् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
| अनीकेषु | अनीक | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| यत् | यत् | pos=i |
| तेषु | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| धृतराष्ट्रो | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| संजयम् | संजय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |