महाभारतम् — 5.157.14
Original
Segmented
अप्रियाणाम् च वचने प्रव्रजत्सु पुनः पुनः अमर्षम् दर्शय अद्य त्वम् अमर्षो हि एव पौरुषम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अप्रियाणाम् | अप्रिय | pos=a,g=n,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| वचने | वचन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| प्रव्रजत्सु | प्रव्रज् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| अमर्षम् | अमर्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दर्शय | दर्शय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अमर्षो | अमर्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| पौरुषम् | पौरुष | pos=n,g=n,c=1,n=s |