महाभारतम् — 5.158.17
Original
Segmented
को हि आभ्याम् जीवित-आकाङ्क्षी प्राप्य-अस्त्रम् अरि-मर्दनम् गजो वाजी नरो वा अपि पुनः स्वस्ति गृहान् व्रजेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| आभ्याम् | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| जीवित | जीवित | pos=n,comp=y |
| आकाङ्क्षी | आकाङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=va,comp=y,f=krtya |
| अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अरि | अरि | pos=n,comp=y |
| मर्दनम् | मर्दन | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| गजो | गज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वाजी | वाजिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नरो | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गृहान् | गृह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| व्रजेत् | व्रज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |