महाभारतम् — 5.158.4
Original
Segmented
संजय उवाच ततो द्युतिमताम् मध्ये पाण्डवानाम् महात्मनाम् सृञ्जयानाम् च सर्वेषाम् कृष्णस्य च यशस्विनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततो | ततस् | pos=i |
| द्युतिमताम् | द्युतिमत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| पाण्डवानाम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| महात्मनाम् | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| सृञ्जयानाम् | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| कृष्णस्य | कृष्ण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| यशस्विनः | यशस्विन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |