महाभारतम् — 5.159.2
Original
Segmented
तस्य तद् वचनम् श्रुत्वा रुषिताः पाण्डवा भृशम् प्राग् एव भृश-संक्रुद्धाः कैतव्येन प्रधर्षिताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| रुषिताः | रुष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| पाण्डवा | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| प्राग् | प्राञ्च् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| भृश | भृश | pos=a,comp=y |
| संक्रुद्धाः | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| कैतव्येन | कैतव्य | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| प्रधर्षिताः | प्रधर्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |