महाभारतम् — 5.160.17
Original
Segmented
अभिमानस्य दर्पस्य क्रोध-पारुष्ययोः तथा नैष्ठुर्यस्य अवलेपस्य आत्म-सम्भावनस्य च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अभिमानस्य | अभिमान | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| दर्पस्य | दर्प | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
| पारुष्ययोः | पारुष्य | pos=n,g=n,c=6,n=d |
| तथा | तथा | pos=i |
| नैष्ठुर्यस्य | नैष्ठुर्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| अवलेपस्य | अवलेप | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| सम्भावनस्य | सम्भावना | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |