महाभारतम् — 5.160.3
Original
Segmented
स्व-वीर्यम् यः समाश्रित्य समाह्वयति वै परान् अभीतः पूरयञ् शक्तिम् स वै पुरुष उच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| वीर्यम् | वीर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समाश्रित्य | समाश्रि | pos=vi |
| समाह्वयति | समाह्वा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वै | वै | pos=i |
| परान् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अभीतः | अभीत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पूरयञ् | पूरय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| शक्तिम् | शक्ति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| पुरुष | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |