महाभारतम् — 5.164.29
Original
Segmented
न हि एष समरम् प्राप्य निवर्तेत कथंचन यथा सततगो राजन् न अभिहत्य परान् रणे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समरम् | समर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| निवर्तेत | निवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| कथंचन | कथंचन | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |
| सततगो | सततग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| अभिहत्य | अभिहन् | pos=vi |
| परान् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |