महाभारतम् — 5.165.6
Original
Segmented
अभिशापात् च रामस्य ब्राह्मणस्य च भाषणात् करणानाम् वियोगात् च तेन मे ऽर्धरथो मतः न एष फल्गुनम् आसाद्य पुनः जीवन् विमोक्ष्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अभिशापात् | अभिशाप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| ब्राह्मणस्य | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| भाषणात् | भाषण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| करणानाम् | करण | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| वियोगात् | वियोग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| तेन | तेन | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ऽर्धरथो | अर्धरथ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मतः | मन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| फल्गुनम् | फल्गुन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| जीवन् | जीव् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| विमोक्ष्यते | विमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |