महाभारतम् — 5.165.7
Original
Segmented
संजय उवाच ततो अब्रवीत् महा-बाहुः द्रोणः शस्त्रभृताम् वरः एवम् एतद् यथा आत्थ त्वम् न मिथ्या अस्ति इति किंचन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततो | ततस् | pos=i |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| बाहुः | बाहु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| द्रोणः | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शस्त्रभृताम् | शस्त्रभृत् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| वरः | वर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| आत्थ | अह् | pos=v,p=2,n=s,l=lit |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| मिथ्या | मिथ्या | pos=i |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| इति | इति | pos=i |
| किंचन | कश्चन | pos=n,g=n,c=1,n=s |