महाभारतम् — 5.168.6
Original
Segmented
एतस्य तत् रथ-अनीकम् कथयन्ति रण-प्रियाः बहु-त्वात् सागर-प्रख्यम् देवानाम् इव संयुगे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एतस्य | एतद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| रथ | रथ | pos=n,comp=y |
| अनीकम् | अनीक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कथयन्ति | कथय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| रण | रण | pos=n,comp=y |
| प्रियाः | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| सागर | सागर | pos=n,comp=y |
| प्रख्यम् | प्रख्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| देवानाम् | देव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |