महाभारतम् — 5.170.13
Original
Segmented
वीर्य-शुल्काः च ता ज्ञात्वा समारोप्य रथम् तदा अवोचम् पार्थिवान् सर्वान् अहम् तत्र समागतान् भीष्मः शांतनवः कन्या हरति इति पुनः पुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वीर्य | वीर्य | pos=n,comp=y |
| शुल्काः | शुल्क | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| ता | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| समारोप्य | समारोपय् | pos=vi |
| रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| अवोचम् | वच् | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
| पार्थिवान् | पार्थिव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| समागतान् | समागम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| भीष्मः | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शांतनवः | शांतनव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कन्या | कन्या | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| हरति | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| इति | इति | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |