महाभारतम् — 5.173.6
Original
Segmented
धिङ् माम् धिक् साल्व-राजानम् धिग् धातारम् अथ अपि च येषाम् दुर्नीत-भावेन प्राप्ता अस्मि आपदम् उत्तमाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धिङ् | धिक् | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| धिक् | धिक् | pos=i |
| साल्व | शाल्व | pos=n,comp=y |
| राजानम् | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| धिग् | धिक् | pos=i |
| धातारम् | धातृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अथ | अथ | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| च | च | pos=i |
| येषाम् | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| दुर्नीत | दुर्नीत | pos=a,comp=y |
| भावेन | भाव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| प्राप्ता | प्राप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| आपदम् | आपद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| उत्तमाम् | उत्तम | pos=a,g=f,c=2,n=s |