महाभारतम् — 5.176.10
Original
Segmented
यदि त्वाम् आपगेयो वै न नयेद् गजसाह्वयम् शाल्वः त्वा शिरसा भीरु गृह्णीयाद् राम-चोदितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदि | यदि | pos=i |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| आपगेयो | आपगेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| न | न | pos=i |
| नयेद् | नी | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| गजसाह्वयम् | गजसाह्वय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शाल्वः | शाल्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| शिरसा | शिरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| भीरु | भीरु | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| गृह्णीयाद् | ग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| राम | राम | pos=n,comp=y |
| चोदितः | चोदय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |