महाभारतम् — 5.176.19
Original
Segmented
पूजयामासुः अव्यग्रा मधुपर्केण भार्गवम् अर्चितः च यथायोगम् निषसाद सह एव तैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पूजयामासुः | पूजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| अव्यग्रा | अव्यग्र | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| मधुपर्केण | मधुपर्क | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| भार्गवम् | भार्गव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अर्चितः | अर्चय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| यथायोगम् | यथायोगम् | pos=i |
| निषसाद | निषद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सह | सह | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |