महाभारतम् — 5.178.21
Original
Segmented
को जातु पर-भावाम् हि नारीम् व्यालीम् इव स्थिताम् वासयेत गृहे जानन् स्त्रीणाम् दोषान् महा-अत्ययान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जातु | जातु | pos=i |
| पर | पर | pos=n,comp=y |
| भावाम् | भाव | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| नारीम् | नारी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| व्यालीम् | व्याली | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| स्थिताम् | स्था | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| वासयेत | वासय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| गृहे | गृह | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| जानन् | ज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| स्त्रीणाम् | स्त्री | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| दोषान् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| अत्ययान् | अत्यय | pos=n,g=m,c=2,n=p |