महाभारतम् — 5.187.33
Original
Segmented
ततो ऽब्रवीत् सागरगा जिह्मम् चरसि भामिनि न एष कामो अनवद्य-अङ्गे शक्यः प्राप्तुम् त्वया अबले
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| सागरगा | सागरगा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| जिह्मम् | जिह्म | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| चरसि | चर् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| भामिनि | भामिनी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कामो | काम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अनवद्य | अनवद्य | pos=a,comp=y |
| अङ्गे | अङ्ग | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| शक्यः | शक्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| प्राप्तुम् | प्राप् | pos=vi |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| अबले | अबल | pos=a,g=f,c=8,n=s |