महाभारतम् — 5.190.10
Original
Segmented
हिरण्यवर्मा इति नृपो यो ऽसौ दाशार्णकः स्मृतः स च प्रादात् महीपालः कन्याम् तस्मै शिखण्डिने
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हिरण्यवर्मा | हिरण्यवर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| नृपो | नृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽसौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दाशार्णकः | दाशार्णक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्मृतः | स्मृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| प्रादात् | प्रदा | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| महीपालः | महीपाल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कन्याम् | कन्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| शिखण्डिने | शिखण्डिन् | pos=n,g=m,c=4,n=s |