महाभारतम् — 5.191.7
Original
Segmented
तत्र वै निश्चितम् तेषाम् अभूद् राज्ञाम् महात्मनाम् तथ्यम् चेद् भवति हि एतत् कन्या राजञ् शिखण्डिनी बद्ध्वा पाञ्चाल-राजानम् आनयिष्यामहे गृहान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तत्र | तत्र | pos=i |
| वै | वै | pos=i |
| निश्चितम् | निश्चित | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| अभूद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| राज्ञाम् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| महात्मनाम् | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| तथ्यम् | तथ्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| चेद् | चेद् | pos=i |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| हि | हि | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कन्या | कन्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| राजञ् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| शिखण्डिनी | शिखण्डिनी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| बद्ध्वा | बन्ध् | pos=vi |
| पाञ्चाल | पाञ्चाल | pos=n,comp=y |
| राजानम् | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आनयिष्यामहे | आनी | pos=v,p=1,n=p,l=lrt |
| गृहान् | गृह | pos=n,g=m,c=2,n=p |