महाभारतम् — 5.193.31
Original
Segmented
स तद्-गृहस्य उपरि वर्तमान आलोकयामास धनाधिगोप्ता स्थूणस्य यक्षस्य निशाम्य वेश्म सु अलंकृतम् माल्य-गुणैः विचित्रम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| गृहस्य | गृह | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| उपरि | उपरि | pos=i |
| वर्तमान | वृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| आलोकयामास | आलोकय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| धनाधिगोप्ता | धनाधिगोप्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्थूणस्य | स्थूण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| यक्षस्य | यक्ष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| निशाम्य | निशामय् | pos=vi |
| वेश्म | वेश्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| अलंकृतम् | अलंकृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| माल्य | माल्य | pos=n,comp=y |
| गुणैः | गुण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| विचित्रम् | विचित्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |