महाभारतम् — 5.193.51
Original
Segmented
यक्ष उवाच शप्तो वैश्रवणेन अस्मि त्वद्-कृते पार्थिव-आत्मज गच्छ इदानीम् यथाकामम् चर लोकान् यथासुखम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यक्ष | यक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| शप्तो | शप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| वैश्रवणेन | वैश्रवण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| कृते | कृते | pos=i |
| पार्थिव | पार्थिव | pos=n,comp=y |
| आत्मज | आत्मज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इदानीम् | इदानीम् | pos=i |
| यथाकामम् | यथाकाम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| चर | चर् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |