महाभारतम् — 5.193.7
Original
Segmented
भीष्म उवाच इति उक्त्वा समयम् तत्र चक्राते तौ उभौ नृप अन्योन्यस्य अनभिद्रोहे तौ संक्रामयताम् ततः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| इति | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| समयम् | समय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| चक्राते | कृ | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अन्योन्यस्य | अन्योन्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अनभिद्रोहे | अनभिद्रोह | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| संक्रामयताम् | संक्रामय् | pos=v,p=3,n=d,l=lan |
| ततः | ततस् | pos=i |