महाभारतम् — 5.22.29
Original
Segmented
पराक्रमम् मे यद् अवेदयन्त तेषाम् अर्थे संजय केशवस्य अनुस्मरन् तस्य कर्माणि विष्णोः गावल्गणे न अधिगच्छामि शान्तिम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पराक्रमम् | पराक्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| यद् | यत् | pos=i |
| अवेदयन्त | वेदय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| केशवस्य | केशव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अनुस्मरन् | अनुस्मृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कर्माणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| विष्णोः | विष्णु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| गावल्गणे | गावल्गणि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| अधिगच्छामि | अधिगम् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| शान्तिम् | शान्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |