महाभारतम् — 5.27.17
Original
Segmented
अप्रव्रज्ये योजयित्वा पुरस्ताद् आत्म-अधीनम् यद् बलम् ते तदा आसीत् नित्यम् पाञ्चालाः सचिवाः ते इमे जनार्दनो युयुधानः च वीरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अप्रव्रज्ये | अप्रव्रज्य | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| योजयित्वा | योजय् | pos=vi |
| पुरस्ताद् | पुरस्तात् | pos=i |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| अधीनम् | अधीन | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| पाञ्चालाः | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सचिवाः | सचिव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| इमे | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| जनार्दनो | जनार्दन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| युयुधानः | युयुधान | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| वीरः | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=s |