महाभारतम् — 5.3.21
Original
Segmented
न अधर्मः विद्यते कश्चिद् शत्रून् हत्वा आततायिनः अधर्म्यम् अयशस्यम् च शात्रवाणाम् प्रयाचनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| अधर्मः | अधर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| हत्वा | हन् | pos=vi |
| आततायिनः | आततायिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| अधर्म्यम् | अधर्म्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अयशस्यम् | अयशस्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| शात्रवाणाम् | शात्रव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| प्रयाचनम् | प्रयाचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |