महाभारतम् — 5.3.5
Original
Segmented
कथम् हि धर्मराजस्य दोषम् अल्पम् अपि ब्रुवन् लभते परिषद्-मध्ये व्याहर्तुम् अकुतोभयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कथम् | कथम् | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| धर्मराजस्य | धर्मराज | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| दोषम् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अल्पम् | अल्प | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| ब्रुवन् | ब्रू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| लभते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| परिषद् | परिषद् | pos=n,comp=y |
| मध्ये | मध्ये | pos=i |
| व्याहर्तुम् | व्याहृ | pos=vi |
| अकुतोभयः | अकुतोभय | pos=a,g=m,c=1,n=s |