महाभारतम् — 5.32.18
Original
Segmented
कुले जातो धर्मवान् यो यशस्वी बहुश्रुतः सुख-जीवी यत-आत्मा धर्म-अर्थयोः ग्रथितयोः बिभर्ति न अन्यत्र दिष्टस्य वशाद् उपैति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कुले | कुल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| जातो | जन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| धर्मवान् | धर्मवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यशस्वी | यशस्विन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| बहुश्रुतः | बहुश्रुत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सुख | सुख | pos=a,comp=y |
| जीवी | जीविन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| यत | यम् | pos=va,comp=y,f=part |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| अर्थयोः | अर्थ | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| ग्रथितयोः | ग्रन्थ् | pos=va,g=m,c=6,n=d,f=part |
| बिभर्ति | भृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
| दिष्टस्य | दिष्ट | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| वशाद् | वश | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| उपैति | उपे | pos=v,p=3,n=s,l=lat |